रंगमंच की दुनिया की एक नई और ज़रूरी पत्रिका 'रंग संवाद'

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वनमाली सृजन पीठ,भोपाल की सम्वाद पत्रिका के रूप में 'रंग संवाद' नामक त्रैमासिक पत्रिका ने अपने कुछ अंकों में ही भुत 'रंग संवाद' ने गहरी प्रवृति का काम करके दिखाया है. ख़ास तौर पर रंगमंच की दुनिया के आलेखों और ख़बरों को समेकित रूप प्रदान करती हुए ये पत्रिका पाठकों के बीच बहुत गहरी पेठ बना चुकी है. अभीतक पत्रिका का कोई शुल्क नियत नहीं किया है शायद ये पीठ द्वारा ही फिलहाल संचालित की जा रही है .ये अंक हाल ही निकला अप्रैल-जून अंक है.जिसे प्रख्यात रंगकर्मी बादल सरकार,फिल्म निर्माता मणि कॉल,'जनता पागल हो गयी है' के रचियता कामरेड शिवराम,प्रगतिशील पत्रिका वसुधा के सम्पादक कमला प्रसाद और फिल्म  निर्माता और चित्रकार मक़बूल फ़िदा हुसैन को समर्पित करके निकला गया है. आवरण चित्र से ही आकर्षित करने वाला ये अंक आखिर तक पाठक को बांध कर रखता है.कला जगत में नई रचनात्मकता के मायने जैसे शीर्षक से लिखी गयी संतोष चौबे की सम्पादकीय से लेकर रंगमंच की बदलती हुई भाषा पर बादल सरकार का उदबोधन बहुत ज्ञानवर्धक है.कला समीक्षक विनय उपाध्याय के संपादकत्व में ही निकालने वाली पत्रिका ' कला समय' में पूर्व में प्रकाशित नुक्कड़ नाटक के प्रखर हस्ताक्षर शिवराम से 'बनास' पत्रिका के सम्पादक पल्लव की लम्बी बातचीत  का पुन: प्रकाशन बहुत ज़रूरी साबित जान पड़ता है.



कुल मिलाकर अंक में नाटक,कविता,रंगमंच के इर्दगिर्द बहुत सी संग्रहनीय सामग्री इसमें समाहित की गयी है.रंगपटल पर आँचल पसारती कविता नामक विनय उपाध्याय का आलेख,संजय मेहता की डायरी,हरिओम राजोरिया की दो बड़ी कवितायेँ के साथ ही इस अंक में मक़बूल फ़िदा हुसैन पर स्मृति शेष के बहाने प्रभू जोशी की शब्दांजली पढ़ने योग्य है.इसी  तरह लोकगायक प्रहलाद सिंह तिपनिया और शुभा मुदगल से संबद्द भी आलेख प्रकाशित अंक में समाहित किए गए हैं. एक और ज़रूरी आलेख बाघेरी लोक नाट्य के बारे में है जिसे हीरेन्द्र सिंह ने लिखा है.अंत में पाठकों के पत्रों के अलावा हाल ही भोपाल में दी गए वनमाली कथा सामान की विस्तृत रिपोर्ट भे पढी जा सकती है.और भी बहुत कुछ है जो अंक मिलाने पर आप खुद समझ और पढ़ सकेंगे .इस साधुवाद योग्य सम्पादन और प्रबंधन के लिए वनमाली सृजन पीठ को बहुत सा आभार और आगे के लिए शुभकामनाएं.

रंगमंच की दुनिया की एक नई और ज़रूरी पत्रिका

'रंग संवाद'

अंक हेतु संपर्क करिएगा.

प्रधान सम्पादक

संतोष चौबे
सम्पादक
विनय उपाध्याय
vinay.srujan@gmail.com

वनमाली सृजन पीठ,
22,ई-7,अरेरा कोलोनी-भोपाल-16 (मध्य प्रदेश),फोन-0755-2423806,
मोबाईल-09826392428,ई-मेल-vanmalisrijanpeeth@hgmail.com

 
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